Tuesday, 31 December 2019

नया साल लाए आप सभी के जीवन में खुशियों का भण्डार,
आप सभी के जीवन में छाई रहे रंगो भरी बहार

कवि मनीष 
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तब तक धरती पर अमृत बँटे,
जब तक गंगा माई धरती पर विराजे 

कवि मनीष 
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Monday, 30 December 2019

हुए अतिप्रसन्न रघुवीरा,
जब खोज लियो सीता को बलवीरा,
प्रेम-स्नेह हनुमन पर बरसाई,
स्नेह पूर्ण हो बजरंग को गले लगाई

कवि मनीष 
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Sunday, 29 December 2019

कठिन राह पे है चलता वही,
शूलों से जो कभी डरता नहीं 

कवि मनीष 
गंगा माई बसी है जटाओं में जिसके,
त्रिशूलधारी,त्रिनेत्रधारी,भुजंगधारी नाम हैं अनेक उसके

कवि मनीष 
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Saturday, 28 December 2019



जीवन में खुले आशा के द्वारे,
जब मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम पधारें 

कवि मनीष 
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Friday, 27 December 2019

 है राम बसा जिसके कण-कण में,
है वो बजरंगी जानते हैं सब जग में 

कवि मनीष 
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Thursday, 26 December 2019




है जिसका तेज हरक्षण ज्वलंत,
है वो शंभु, शंकर, नीलकंठ
कवि मनीष
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Wednesday, 25 December 2019


है कलम खेलती कभी होलियाँ,
है कभी निकलती इससे गोलियाँ 

कवि मनीष 


जब-जब ज़ुल्म अपनी सीमा लांगता है,
तब-तब इन्सानियत की रक्षा के ख़ातिर एक मसीहा आता है
क्रिसमस त्यौहार की अनेकों शुभकामनाएँ ।

है राम,ईसा,पैग़म्बर,नानक सब एक,
अगर तू है सच्चा धर्मी तो सबको एक समान सम्मान दे ।
कवि मनीष

Monday, 23 December 2019



करत जे है शिव भक्ति,
ओके भक्ति में है अटूट शक्ति

कवि मनीष 
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Sunday, 22 December 2019

जीवन बन जाए अतिपावन
जो करे सर्वप्रथम गजानन का पूजन

कवि मनीष 
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Friday, 20 December 2019


त्रिनेत्र से है निकले ज्वाला,
जब करे तांडव शंभु निराला

कवि मनीष 
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Thursday, 19 December 2019

दिल से मानों तो मूरत परमेश्वर है,
नहीं तो भक्ति तेरी नश्वर है 

कवि मनीष 
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है जीवन बजाए मधुर साज़,
जब आए धरा पर राम राज

कवि मनीष 
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Wednesday, 18 December 2019

कवि मनीष 

ऐ नारी तू है जननीं,
ऐ नारी तू है बलशाली सिंहनीं

कवि मनीष 
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Tuesday, 17 December 2019

कोयल गाये, नाचे मोर,
कृष्ण से बंधी राधा की डोर

कवि मनीष 
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Monday, 16 December 2019

दुश्मन मौत की नींद सोता है,
जब शौर्य हमारे जवानों का बोलता है 

कवि मनीष 
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बस गई हर साँस में तू,
जब मिली बरसात में तू

कवि मनीष 
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Sunday, 15 December 2019

जब कृष्ण छेड़े है मुरली की तान,
तब राधा गाए है राग मल्हार 

कवि मनीष 
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Saturday, 14 December 2019

वतन से जो करते हैं मोहब्बत,
करता है ईश्वर भी उनकी इबादत

कवि मनीष 
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Friday, 13 December 2019

गुनाह मौत की नींद सोता है,
जब लहू जवान का बोलता है 

भारतीय संसद पर आक्रमण पे रचना
कवि मनीष 
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है प्रेम परमात्मा का वरदान,
जो इसे नहीं मानते, हैं वो नादान

कवि मनीष 
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Thursday, 12 December 2019

हो जाए सारे जग में उजियारा,
जब आए धरा पर राम अवतारा 

कवि मनीष 
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Wednesday, 11 December 2019

बन जाता है सर्वशक्तिशाली हर डोर,
जब कोई बांध है लेता परमात्मा से डोर

कवि मनीष 
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Tuesday, 10 December 2019

नेत्रों से है बरसता है बहार,
जब करें हैं राधा-कृष्ण प्रेम-श्रृंगार

कवि मनीष 
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Monday, 9 December 2019

आ जाये पाप के घर जलजला,
जब करे तांडव शंभु निराला

कवि मनीष 
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है प्रेम राधा-कृष्ण का प्रेम तरूवर,
है प्रेम राधा-कृष्ण का प्रेम सरोवर,

कवि मनीष 
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Sunday, 8 December 2019

जो हक़ीक़त की ज़मीं पर सदा रहते हैं खड़े,
उनके हीं होतें हैं ख़्वाब पूरे

कवि मनीष 
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Saturday, 7 December 2019

कवि मनीष 
जो है करता अपनें की मन की सवारी,
वही पाता है जीवन में खुशहाली

कवि मनीष 

Friday, 6 December 2019

जेहके निरमल बाटे मन,
ओहके जिनगी बाटे रंग-बिरंग के उपवन

कवि मनीष 
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Thursday, 5 December 2019

सूरज की गरमी भी बरसाती है शीतलता,
जो भरते हैं जीवन में सत्यता 

कवि मनीष 

Wednesday, 4 December 2019

है होता उज्ज्वल भविष्य उनका,
जो करते हैं उपयोग सोंच-समझ के धन का

कवि मनीष 
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Monday, 2 December 2019

है जिसमें आत्म सम्मान नहीं, है वो मुर्दा समान,
है जिसमें स्वाभिमान नहीं, है निर्थक उसका आत्म सम्मान

कवि मनीष 
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Sunday, 1 December 2019



ख़ुमार ज़िन्दगी का है चढ़ जाता जिनको,
बनके दिवाकर करते हैं वो रोशन नभ को

कवि मनीष 
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प्रेम जब पहुँचे हिर्दय की गहराई तक, पराकाष्ठा पहुँचे उसकी नभ की ऊँचाई तक, प्रेम अगर रहे निर्मल गंगा माई के जैसे, वो प्रेम पहुँचे जटाधारी के ...