Monday, 2 September 2019

है जीवन बड़ा कठिन पर चलना है,
है मंज़िल बड़ी दूर पर पाना है,
लिखना है इबारत क़ामयाबी की,
है रास्ता बड़ा कठिन पर चलना है 
कवि मनीष 

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