Saturday, 17 August 2019

तू ना रूकेगा कभी..

तू ना रूकेगा कभी,
तू ना झुकेगा कभी,
सामनें पहाड़ हो,
नदि विशाल हो,

तू है शेर ए हिन्द,
तू है जलाल ए वतन,
तू ना रूकेगा कभी,
तू ना झुकेगा कभी,

है नीला गगन तुझसे,
है हरी वसुन्धरा तुझसे,
तू है वक़्त की चाल,
तू रूकेगा ना कभी,

तू ना रूकेगा कभी,
तू ना झुकेगा कभी,
सामनें पहाड़ हो,
नदि विशाल हो 
कवि मनीष 



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