हँसना,हँसाना है, जीवन का अनमोल उपहार,
ये तो है, जीवन का अनुपम श्रृंगार,
हँसनें-हँसानें बग़ैर जीवन में वसंत आता नहीं,
बग़ैर इसके है नहीं होता जीवन में चमत्कार,
ये है जीवन का ऐसा रंग,
जो है जीवन में लाता उमंग,
इससे हीं है पूरा होता जीवन सरगम,
यही है बरसाता हर चेहरे पर खुशियों की बौछार,
हँसना-हँसाना है, जीवन का अनमोल उपहार,
ये तो है जीवन का अनुपम श्रृंगार,
हँसनें-हँसानें बग़ैर जीवन में वसंत आता नहीं,
बग़ैर इसके है नहीं होता जीवन में चमत्कार
कवि मनीष
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