Friday, 28 August 2020

 

तारों से भरा आकाश है ले आता अंधियारे में बहार,
फूलों से भरा बाग है ले आता सुगंध की बहार,
है जो करता पालन मानवता का,
करता है साईं उसका बेड़ा पार

कवि मनीष
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