Saturday, 21 November 2020

होती है मानवता हर धर्म से ऊपर,

जो समाता है इसको भीतर अपनें वो बन जाता है परमेश्वर,

है साईं मानवता का हीं रूप,

सो दुनिया पूजती है उन्हे साईं बाबा कहकर 


कवि मनीष 

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