हर जीव में रहता है ईश्वर,
लेना किसी की जान सहता नहीं परमेश्वर,
अगर इंसान जीवों की जान यूँ ही लेता जाएगा,
तो एक ना एक दिन उसका फल उसे अवश्य मिलेगा,
आज जिन निरीह पशुओं की जान तुमनें ली है,
तो याद रख,
हर पापी को सज़ा मिलती हीं मिलती है,
तेरे पापों की सज़ा तुझको,
इंसां हीं देगा,
और परमेश्वर लाठी की मार तुझे तेरे वास्तविक अंजाम तक ले जाएगा,
गुनहगार टिकता नहीं लंबे समय तक धरती पर,
हर जीव में रहता है ईश्वर,
लेना किसी की जान सहता नहीं परमेश्वर,
अगर इंसान जीवों की जान यूँही लेता जाएगा,
तो एक ना एक दिन उसका फल उसे अवश्य मिलेगा
कवि मनीष
****************************************
No comments:
Post a Comment