जय माँ काली,
त्रिनेत्र वाली,
पाप नाशिनीं,
धधकती ज्वाला,
से दुरात्माओं का
संहार करनेवाली,
जय माँ काली,
त्रिनेत्र वाली,
पाप नाशिनीं,
सूरज से अग्नि
समाई है तेरे भीतर,
हो जाए महा शक्तिशाली,
जब आ जाए तू,
किसी के ऊपर,
जय माँ काली,
शक्ति की स्वामिनीं,
जय माँ काली,
त्रिनेत्र वाली,
पाप नाशिनीं,
जय माँ काली,
त्रिनेत्र वाली,
पाप नाशिनीं
कवि मनीष
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