Wednesday, 14 August 2019

रक्षाबंधन

है बंधन ये रक्षा का जो कहलाता है रक्षाबंधन,
है बंधन ये प्रेम का जो कहलाता है रक्षाबंधन,
बस ये बंधन कभी टूटे ना यही है कामना,
है मौसम ये बहार का जो कहलाता है रक्षाबंधन 

रक्षाबंधन की अनंत शुभकामनाएँ 
कवि मनीष 

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