Saturday, 3 August 2019

है इन्सान तू तो..

है इन्सान तू तो औरों से भी प्यार कर,
ईर्ष्या को त्याग कर जीवन का उद्धार कर,
ख़ुद की मेहनत से पहन सफ़लता का ताज़,
औरों के सफ़लता के पीछे की मेहनत को तू सलाम कर
कवि मनीष 

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