फूल जईसन चेहरा बा,
गुंड़ जईसन बतिया,
तोहे देख के सब,
खिल गईल कलिया,
चंदा जईसन चमकेला,
तोहार सब बोलिया,
तोरे तरफ़ मुड़ गईल,
हमार सब गलिया,
तोरे बतियन से मन बहलाईं,
हम तअ सजना,
तोरे बतियन से त खनकेला,
हमार कंगना,
फूल जईसन चेहरा बा,
गुंड़ जईसन बतिया,
तोहे देख के सब,
खिल गईल कलिया,
तोहे देख के सब,
खिल गईल कलिया,
तोहे देख के सब,
खिल गईल कलिया
कवि मनीष
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