Monday, 30 November 2020

नानक न गिरे ज़ुल्म के आगे,

नानक नाम से हर ज़ुल्मी भागे,

न रूके कृपाण तब तलक,

जब तलक सूरज अमन का न जागे


गुरू नानक जयंती की हार्दिक शुभकामनाएँ 

कवि मनीष 

****************************************

No comments:

Post a Comment

प्रेम जब पहुँचे हिर्दय की गहराई तक, पराकाष्ठा पहुँचे उसकी नभ की ऊँचाई तक, प्रेम अगर रहे निर्मल गंगा माई के जैसे, वो प्रेम पहुँचे जटाधारी के ...