Friday, 10 July 2020

होता है दिन और रात तेरे कारण,
मुस्कुरातें हैं फूल तेरे कारण,
हे माताओं अपनीं कृपा सदा बनाए रखना,
क्योंकि सुख और दुःख आतें-जातें हैं तेरे कारण 

कवि मनीष 
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