Thursday, 16 April 2020


हे सृष्टि पालक,
जय विष्णु देव,
हे सारे जग के पालनहारी 

हे संपूर्ण सृष्टि के संरक्षक,
मार गिरानें वाले उनको,
जो हैं निर्दोष जीवों के भक्षक,
मार गिरानें वाले उनको,
हैं निर्दोषों की हत्या करनें वाले तक्षक,

राक्षसों के लिए है न कोई,
तुमसे बड़ा घातक,

हे सृष्टि पालक,
जय विष्णु देव,
हे सारे जग के पालनहारी 

कवि मनीष 
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