जय शनि देव
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महिमा तेरी अपार,
कृपा करे तो,
लगा दे बेड़ा पार,
न करे तो,
डूबो दे बीच मझधार,
करता है वो हरघड़ी,
दुरात्माओं पर प्रहार,
शीश है झुकाती,
सारी सृष्टि समक्ष उसके,
वो तो है,
चमत्कारों का चमत्कार,
महिमा तेरी अपार,
कृपा करे तो,
लगा दे बेड़ा पार
कवि मनीष
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