देखा ई रंग-बिरंग के चूड़ियन,
जईसे रंग-रंगिलन बादलन से,
रंग गईल बाटे गगन,
पहिन लअ हमार हथियन से,
हौले-हौले सजन,
देखा ई रंग-बिरंग के चूड़ियन,
हम पहिनम तोहरे हथियन,
से ई चूड़ियन,
तू ह हमार रंग-रंगिलन सजन,
तोहार आँखियन में बाटे,
प्यार बेशुमार ऐ सजन,
चलअ नेह के नईया मअ,
उड़ चलीं हम गगन,
देखा ई रंग-बिरंग के चूड़ियन,
जईसे रंग-रंगिलन बादलन से,
रंग गईल बाटे गगन
कवि मनीष
(मनीष कुमार)
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