Monday, 23 September 2019

2222,222,222

मेरे मन में भी है रहता इक मन,
मेरे मन में भी है रहता इक मन,
है सावन जैसे हूँ मैं वैसा हीं,
मेरे मन में भी है रहता इक मन

रूबाई 
कवि मनीष 

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