प्रेम हीं जीवन है,
जीवन हीं प्रेम है,
हर आवाज़ की मधुरता प्रेम है,
प्रेम हीं जीवन है,
जीवन हीं प्रेम है,
आकाश का क्षितिज पर,
धरती से मिलना प्रेम है,
सूरज की आग से,
धरती की पलना प्रेम है,
प्रेम हीं जीवन है,
जीवन हीं प्रेम है,
खुशबू का फूलों में समाना प्रेम है,
अनेकता में एकता का परिचायक,
देश ये हमारा प्रेम है,
प्रेम हीं जीवन है,
जीवन हीं प्रेम है,
हर आवाज़ की मधुरता प्रेम है,
प्रेम हीं जीवन है,
जीवन हीं प्रेम है
कवि मनीष
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