Saturday, 5 December 2020

मीरा हर घड़ी कृष्ण धुन गाए,

पर कृष्ण कभी मिलन को न आए,

मीरा भई कृष्ण बावरी,

सो विष बन सुधा रग-रग में समाए


कवि मनीष 

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