Sunday, 20 December 2020

सुमन और सुगन्ध एक दूजे बिन हैं अधूरे,

वैसे हीं कृष्ण और राधा एक दूसरे बिन हैं अधूरे,

है इनकी प्रीत पराकाष्ठा प्रेम की,

तभी तो समस्त जगत् इनको है पूजे


कवि मनीष 

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