Tuesday, 11 August 2020

 आया जन्माष्टमी का त्यौहार,

बिखरे हरसू पुष्प हज़ार,

आया जन्माष्टमी का त्यौहार,


मन गाए मीठे राग,

सारी सृष्टि बजाए मधुर साज़,

किशन-कन्हैया के आगमन में,

सारी सृष्टि नें किया अद्भुत श्रृंगार,


चारों तरफ़ छाई गई,

बहार हीं बहार,


आया जन्माष्टमी का त्यौहार,

बिखरे हरसू पुष्प हज़ार,

आया जन्माष्टमी का त्यौहार 


श्री कृष्ण जन्माष्टमी की अनेकों शुभकामनाएँ 

कवि मनीष 

****************************************


No comments:

Post a Comment

प्रेम जब पहुँचे हिर्दय की गहराई तक, पराकाष्ठा पहुँचे उसकी नभ की ऊँचाई तक, प्रेम अगर रहे निर्मल गंगा माई के जैसे, वो प्रेम पहुँचे जटाधारी के ...